जानिए राजस्थान की दिल दहला देने वाली खोफनाक और भयानक जगहों के बारे में ( Know about the horrifying misconceptions and terrifying places of Rajasthan )
राजस्थान का नाम सुनते ही आपको रेट के टीलो और धुल भरी आंधियों की याद आ ही जाती हैं लेकिन राजस्थान इतना ही नहीं , बल्कि राजस्थान में बहुत बड़े बड़े दुर्ग और दर्शनीय स्थलों की भरमार हैं जिसके कारण ही भारत आने वाला हर तीसरा पर्यटक राजस्थान जरूर आता हैं
आज हम उसी राजस्थान के कुछ भयानक खोफनाक स्थानों के बारे में आपको जानकारी देंगे जिसके बाद अगर आप भी भूतप्रेत या नकारत्मक शक्तियों को मानने लगेंगे
अगर आप इन चीज़ों को नहीं मानते हैं तो एक बार राजस्थान की इन जगहों के सैर जरुर करें
आगे बढ़ने से पहले हम आपको बता दे की हमारा लक्ष्य किसी को डराना या अन्धविश्वास फेलाना नहीं बल्कि लोगो द्वारा बताई गयी या सुनी गयी बातों के आधार पर हम आपको ये जानकारी दे रहे हैं
वेसे तो राजस्थान अपनी परम्पराओं , वेशभूषा , और वीरता के लिए जाना जाता हैं
पर आपने कभी यह भी सोचा है, कि इस रंगीले राजस्थान में कुछ भयानक और डरावनी जगहें भी हैं. जहां जाते ही आपके चेहरे का रंग उड़ जायेगा.और
राजस्थान अपने भीतर बहुत से किस्से और रहस्य समेटे हुए हैं , यहां की रंगों से भरी संस्कृति और सभ्यता सदियों से दुनिया के आकर्षण का केंद्र है। लेकिन केवल यहां की संस्कृति ही नहीं यहां के किस्से भी दुनिया भर में सुने सुनाए जाते हैं। राजस्थान के अलवर जिले का भानगढ़ और कोटा का बृजराज भवन पैलेस और कुलधरा गाँव जैसलमेर पूरी दुनिया में अपने 'भूतों' के स्थान हो चुके है।
आज का हमारा टॉपिक हैं राजस्थान के डरावने स्थलों के बारे में आपकों जानकारी देना
1 . कुलधरा गांव, जैसलमेर =
यह गांव भूतों का अड्डा होने की वजह से पिछले 160 - 170 सालों से वीरान पड़ा है.
स्थानीय प्रशासन ने इस गांव की सरहद पर एक गेट लगा दिया है. रात होने के बाद वहां जाने की हिम्मत कोई नहीं कर पाता है.
यहां के बाशिन्दों ने एक अय्यास दीवान से अपनी बेटियों को बचाने के लिए इस गांव को खाली कर दिया था. जाते-जाते वो श्राप दे गये, कि यहां अब कोई नहीं बस पायेगा. उस दिन से लेकर आजतक यह गांव वीरान पड़ा है. यहां आने वाले पर्यटकों को महिलाओं के बात करने, उनकी चूड़ियों के खनकने की आवाज़ें आती हैं.
3 भानगढ़ किला = राजस्थान ही नहीं ये एशिया का सबसे खोफनाक किला भानगढ़ ही हैं
प्रशासन का आदेश हैं की शाम होने के बाद किसी को भी भूल से भी अंदर न रहने दिया जाये सबको बाहर निकाला जाता हैं क्योंकि ये किला बहुत ही खोफनाक हैं भानगढ़ का निर्माण आमेर के राजा भगवंत दास ने 1573 ई. में कराया था
कहते हैं की यहाँ पर एक तांत्रिक रहता था जो भानगढ़ की राजकुमारी रत्नवती की सुन्दरता पर मोहित हो गया और उसने उसे पाने के लिए काला जादू का सहारा लिया किन्तु असफल होने और राजा को पता चलने के कारन उसे मोत की सजा दे दी गयी फिर उस तांत्रिक ने इस पूरे गाँव को ही श्राप दे दिया , उसके बाद ये गाँव पूरा वीरान हो गया और खँडहर में तब्दील हो गया और यहाँ भूतों का बसेरा हो गया , गाँव वालों की आत्माए आज भी इस गाँव में भटकती हैं और रात में घुंगरू की आवाज़ सुनाई देती हैं और कई पर्यटकों को भुत दिखाई देनी की बात सुनाई दी गयी हैं किन्तु अभी इस किले पर बहुत से रिसर्च हो चुके हैं लेकिन अब तक निष्कर्ष नहीं निकल पाया हैं
इस जगह पर लोगों ने रात में किसी सफ़ेद साये के घूमते हुए देखा गया हैं यहाँ रात को गलियों में भूतों को देखा गया हैं आत्माओं का अहसास जिसने किया हैं उसने माना हैं और जिसने नहीं किया उसने नकारा हैं
ऐसे तो नाहरगढ़ किला बहुत ही आकर्षक और दर्शनीय स्थल हैं
नाहरगढ़ किला राजस्थान के जयपुर में अरावली पहाड़ियों के किनारे पर स्थित है, यह पीले रंग का किला गुलाबी नगरी जयपुर में बहुत आकर्षक दिखाई देता है।
इसकी खूबसूरती इतनी अधिक हैं की आप इस किले से मोहित हो जायेंगे लेकिन साथ में यह किला एक भूतिया रहस्य समेटे हुए हैं ये किला सवाई राजा मानसिंह ने बनवाया था
6 चित्तोडगढ का कुम्भ महल =
यह चित्तोडगढ में स्थित हैं यहाँ राणा कुम्भा ने अपना शाही जीवन बिताया था इस किले का निर्माण 15 वी
शताब्दी में हुआ था
इस किले में भूमिगत कोठिया बनायीं गयी हैं रानी पद्मिनी ने अपनी राजपूत वीरांगनाओं के साथ उसी स्थान पर जोहर किया था जब देल्ही के सुलतान अलाउदीन खिलजी ने इस किले पर हमला किया था
इसके बाद से ही राजस्थान के इस किले में ऐसी कई ऐसी घटनाएं देखी गई हैं, जिसे देखने के बाद इस जगह को भूतिया घोषित कर दिया गया।
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